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माननीय श्री अशोक जी सिंघल जी ने इस ही कल्पना को लेकर देवलापार महारास्ट्र में गो अनुसन्धान केंद्र श्री श्याम बल्लाल जी के द्वारा स्थापना की और भाई सुनील मानसिंघका की अथक मेहनत ने पुरे विश्व को गोमूत्र और गोबर की महिमा स्थापित कर दिखाई पितृतुल्य माननीय श्री ॐ प्रकाश जी की भागीरथ साधना ने विभिन्न वस्तुओं के निर्माण में गोमूत्र और गोबर के उपयोग को उद्योगपतिओं के सामने रखा और मुझे मथुरा में पार्टिकल बोर्ड के उद्योग की स्थापना का आदेश दिया .
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गोबर द्वारा निर्मित पार्टिकल बोर्ड यानी कास्ट का, प्लाई का विकल्प, वृक्ष रक्षा द्वारा पर्यावरण का रक्षक, तथा उपभोक्ता के लिए अग्नि जल निरोधक, कीट, परमाणु विकरण से सुरक्षित, सस्ता, ठंडा, विद्दयुत अवरोधक, टिकाऊ, साथ में गोरक्षा का आयाम, उत्पाद प्रारम्भ किया गया
पृथम्त :४ फीट X ३ फीट आयतन का ८ मम से १२ मम मोटाई का बोर्ड बनना प्रारम्भ हुआ. लगभग ३०० बोर्ड प्रति दिन यानी ३६०० वर्ग फूट और वजन में लगभग ३६०० किलो जिसमे लगभग २,००० किलो सूखा गोबर, १५०० किलो गन्ने की खोयी ७०० किलो रसायन लगना प्रारम्भ हुआ. रु.२/- प्रति किलो से लगभग रु. ४,००० प्रतिदिन गोपालकों को जाने प्रारम्भ हुए. यह ३६०० वर्ग फीट त्यार माल रु. ६/- प्रति वर्ग फूट से रु. २१,६००/- की बिक्री देने लगा. रु. ४,००० के गोबर के अलावा रु. ३,००० की गन्ने की खोयी, रु. ७,७००/- का रसायन, रु.२,००० का कोयला,विद्दयुत, रु.१,००० की श्रमिक लागत आदि सभी जोड़ कर लगभग रु. ४,००० प्रतिदिन का लाभ दिखने लगा.
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पार्टिकल बोर्ड बनाने में गोबर को सूखा कर पिसा जाता है और छान कर मृद्दा अलग कर दी जाती है, ऐसे ही गन्ने कि खोयी को सूखा कर पिसा जाता हैऔर मोटा बारीक़ अलग किया जाता है. रसायन का घोल फार्मलडिहैयड, युरीया व्अन्य रसायनों को स्टील की केटल में ताप देते हुए तैयार किया जाता है मिश्रण सयंत्र में गोबर, खोयी और रसायन को मिश्रित किया जाता है. इस मिश्रण को बाहर निकाल कर अलुमुनियम की चादर पर बीछा कर पूर्व प्रेस में दबाया जाता है . इस पूर्व प्रेस से मोटाई दब कर लगभग १/३ रह जाती है. इस दबे हुए को वास्प तापमान नियंत्रित और हाइड्रोलिक दाब वा ल प्रेस में एक बार में १० शीट रखी जाती हैं. पूर्ण नियंत्रित दाब और तापमान में तैयार होकर पार्टिकल बोर्ड बाहर निकलता है. इस की चारों दिशाओं को डी डी कटिंग से ८' X ४' में काट लिया जाता है. कटिंग को पुन: पीस लिया जाता है
इस के ऊपर विभिन्न उपयोगों के लिए,लेमिनेट, फील्म, विनिर, सीमेंट, रंग आदि उपभोक्ता की जरुरत अनुसार चढ़ा-लगा कर मूल्यवृद्धी के साथ बाज़ार में भेजा जाता है.
पार्टिकल बोर्ड आज देश के हर हिस्से में काम में लिया जा रहा है और विदेश से बड़ी मात्र में आयात हो रहा है. मुख्यत लकड़ी के सामान, ध्वनिबॉक्स, चित्रों के पीछे, खेल के सामान, दरवाजे खिड़की, विभाजन, रेल, बसों में संगीतयंत्र,विस्फोटक संग्रह, यानी जहाँ भी कास्ट और प्लाई का उपयोग होताहै उन सभी वस्तुओं में इस के अलावा गृह निर्माण में इस का उपयोग हो रहा है.
गोवर्धन ने गत वर्ष सरसंघचालक परम पूजनीय कुपा.सुदर्शनजी के कर कमलों से गोपूजा कर पूर्ण पार्टिकलबोर्ड निर्मित गृह रास्ट्र को अर्पण किया था.
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इस विषय में अन्य कोई जानकारी चाहें तो कृपया सम्पर्क करें
डॉ. श्रीकृष्ण मित्तल अध्यक्ष गोवर्धन ओर्गेनिक्स प. लिमिटेड
09980246400 gomata@in.com : gaumata.blogspot.com